इंसान अपने अधिकारों के बजाय अपने स्वार्थ के लिए ही ज्यादा दम लगाता है! - Adhikaar Shayari

इंसान अपने अधिकारों के बजाय अपने स्वार्थ के लिए ही ज्यादा दम लगाता है!

Adhikaar Shayari