मैं ज़िन्दगी की आग में जलने से बच गया, हाथो में आ गया तेरे दामन किसी तरह। - Aag Shayari

मैं ज़िन्दगी की आग में जलने से बच गया, हाथो में आ गया तेरे दामन किसी तरह।

Aag Shayari