समझ के आग लगाना हमारे घर में तुम, हमारे घर के बराबर तुम्हारा भी घर है । - Aag Shayari

समझ के आग लगाना हमारे घर में तुम, हमारे घर के बराबर तुम्हारा भी घर है ।

Aag Shayari