चूमकर तुम्हारे लबों को पता चला, आग और पानी का साथ कैसा होता हैं। - Aag Shayari

चूमकर तुम्हारे लबों को पता चला, आग और पानी का साथ कैसा होता हैं।

Aag Shayari