रेत के टीले सी है ज़िंदगी वक़्त की आंधी, ज़र्रा ज़र्रा उड़ाकर ले जा रही है।

रेत के टीले सी है ज़िंदगी वक़्त की आंधी, ज़र्रा ज़र्रा उड़ाकर ले जा रही है।

Aandhi Shayari

ये और बात की आँधी हमारे बस में नहीं. मगर चराग़ जलाना तो इख़्तियार में है!

ये और बात की आँधी हमारे बस में नहीं. मगर चराग़ जलाना तो इख़्तियार में है!

आंधियां तू मुझे कुबुल हैं तेरी ठोकरों से बने इन्सान आज भी मशहूर हैं।

आंधियां तू मुझे कुबुल हैं तेरी ठोकरों से बने इन्सान आज भी मशहूर हैं।

गुस्से और आंधी से होने का नुकसान, इनके थम जाने के बाद नजर आता है।

गुस्से और आंधी से होने का नुकसान, इनके थम जाने के बाद नजर आता है।

जज्बातों की आंधी चली सच की डायरी पर झूठ के पन्ने लौटे।

जज्बातों की आंधी चली सच की डायरी पर झूठ के पन्ने लौटे।

ऐ इश्क बड़ा गुमान था अपने आप पर तुझे एक शक आंधी चली और तू नेस्तनाबूद हो गया।

ऐ इश्क बड़ा गुमान था अपने आप पर तुझे एक शक आंधी चली और तू नेस्तनाबूद हो गया।

जैसे ही उसने मुझे चूमा, मैं बस इतना कर सकता था कि मैं एक आंधी के बीच में भी जिंदा जल रहा था।

जैसे ही उसने मुझे चूमा, मैं बस इतना कर सकता था कि मैं एक आंधी के बीच में भी जिंदा जल रहा था।

मोहब्बत की आंधी में बह जाओगे मोहब्बत ना करना बेमौत मर जाओगे।

मोहब्बत की आंधी में बह जाओगे मोहब्बत ना करना बेमौत मर जाओगे।

मैं तो टूटा हूँ अपनी ख़ुद की गलतियों के वज़ह से वरना इन आँधी -तूफानों की इतनी कहाँ औकात कि यह एक पहाड़ को हिला भी सकें।

मैं तो टूटा हूँ अपनी ख़ुद की गलतियों के वज़ह से वरना इन आँधी -तूफानों की इतनी कहाँ औकात कि यह एक पहाड़ को हिला भी सकें।

 कल रात की आंधी से मेरे गांव में कुछ शजर गिरा है मगर अफ़सोस ना जाने कितने परिन्दों का घर गिरा है उड़ गया जिनके घर का छप्पर आंधी के कहर से उनसे ना पूछ लेना की रात कैसे गुजरा हैं।

कल रात की आंधी से मेरे गांव में कुछ शजर गिरा है मगर अफ़सोस ना जाने कितने परिन्दों का घर गिरा है उड़ गया जिनके घर का छप्पर आंधी के कहर से उनसे ना पूछ लेना की रात कैसे गुजरा हैं।

खूब हौसला बढ़ाया आँधियों ने धूल का, मगर दो बूँद बारिश ने औकात बता दी।

खूब हौसला बढ़ाया आँधियों ने धूल का, मगर दो बूँद बारिश ने औकात बता दी।

यादों की आंधी में उड़ने से जो, खुश होते हैं, वो अपनी ही पहचान खो देते हैं।

यादों की आंधी में उड़ने से जो, खुश होते हैं, वो अपनी ही पहचान खो देते हैं।

सफलता पाने के लिए जेब में गाँधी हो या ना हो, लेकिन दिल में आंधी जरूर होना चाहिए।

सफलता पाने के लिए जेब में गाँधी हो या ना हो, लेकिन दिल में आंधी जरूर होना चाहिए।

कभी पत्ते कभी तिनके कभी खुश्बू उड़ा लाई, हमारे पास तो आँधी भी कभी तन्हा नहीं आई।

कभी पत्ते कभी तिनके कभी खुश्बू उड़ा लाई, हमारे पास तो आँधी भी कभी तन्हा नहीं आई।

क़िस्सा-ए-आदम में एक और ही वहदत पैदा कर ली है, मैंने अपने अंदर अपनी औरत पैदा कर ली है

क़िस्सा-ए-आदम में एक और ही वहदत पैदा कर ली है, मैंने अपने अंदर अपनी औरत पैदा कर ली है

आदमी तू बड़ी नेमत है इक औरत को मगर ज़िन्दगी जीने की ख़ातिर तेरी दरकार नहीं!

आदमी तू बड़ी नेमत है इक औरत को मगर ज़िन्दगी जीने की ख़ातिर तेरी दरकार नहीं!

 औरत को भी हमवार करने के लिए, तुम कैसे कैसे जतन करते हो!

औरत को भी हमवार करने के लिए, तुम कैसे कैसे जतन करते हो!

गुलनार देखती हैं ये मज़दूर औरतें, मेहनत पे अपने पेट से मजबूर औरतें!

गुलनार देखती हैं ये मज़दूर औरतें, मेहनत पे अपने पेट से मजबूर औरतें!

 इश्क़ इंसान में औरत को जगा देता है, लोग हो जाते हैं शादाब समझ लो लड़की!

इश्क़ इंसान में औरत को जगा देता है, लोग हो जाते हैं शादाब समझ लो लड़की!