हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी, जिसको भी देखना बड़े गौर से देखना! - Aadmi Shayari

हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी, जिसको भी देखना बड़े गौर से देखना!

Aadmi Shayari