जब मिला कोई हसीं जान पर आफ़त आई, सौ जगह अहद-ए-जवानी में तबीअत आई! - Aafat Shayari

जब मिला कोई हसीं जान पर आफ़त आई, सौ जगह अहद-ए-जवानी में तबीअत आई!

Aafat Shayari