दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल,, ए-ख़ुदा अब के  बरस हालात भी तो बदल दे.   - Baras Shayari

दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल,, ए-ख़ुदा अब के बरस हालात भी तो बदल दे.

Baras Shayari