मैं जी रहा हूँ कोई बहाना किए बगैर, तेरे ही बगैर तेरी तमन्ना किए बगैर. - Bahane Shayari

मैं जी रहा हूँ कोई बहाना किए बगैर, तेरे ही बगैर तेरी तमन्ना किए बगैर.

Bahane Shayari