खुलता नहीं है हाल किसी पर कहे बग़ैर, पर दिल की जान लेते हैं दिलबर कहे बग़ैर.
 - Dilbar Shayari

खुलता नहीं है हाल किसी पर कहे बग़ैर, पर दिल की जान लेते हैं दिलबर कहे बग़ैर.

Dilbar Shayari