बेरूखी दुनिया में कोई, रंगीन दिलचस्प इश्तहार बनो, सुकून से पढ़ना चाहें सब, वो इतवार का अखबार बनो. - Dilchasp Shayari

बेरूखी दुनिया में कोई, रंगीन दिलचस्प इश्तहार बनो, सुकून से पढ़ना चाहें सब, वो इतवार का अखबार बनो.

Dilchasp Shayari