हम बेकसूर लोग भी बड़े दिलचस्प होते है, शर्मिंदा हो जाते है खता के बगैर भी. - Dilchasp Shayari

हम बेकसूर लोग भी बड़े दिलचस्प होते है, शर्मिंदा हो जाते है खता के बगैर भी.

Dilchasp Shayari