रिश्तों में दूरियां कभी इतनी मत बढ़ा लेना, कि दरवाजा खुला हो फिर भी खटखटाना पड़े।

रिश्तों में दूरियां कभी इतनी मत बढ़ा लेना, कि दरवाजा खुला हो फिर भी खटखटाना पड़े।

Darwaza Shayari

आहटें ढूंढ़ती हैं क़दमों को दस्तकें ढूंढती हैं दरवाज़ा!

आहटें ढूंढ़ती हैं क़दमों को दस्तकें ढूंढती हैं दरवाज़ा!

किस का दरवाज़ा खटखटाती है दूर तक ख़्वाहिश उड़ती जाती है

किस का दरवाज़ा खटखटाती है दूर तक ख़्वाहिश उड़ती जाती है

कुछ मुलाकाते दरवाजे खोल जाती है, या तो दिल के या तो आंखो के।

कुछ मुलाकाते दरवाजे खोल जाती है, या तो दिल के या तो आंखो के।

दरवाज़े के अंदर इक दरवाज़ा और छुपा हुआ है मुझ में जाने क्या क्या और

दरवाज़े के अंदर इक दरवाज़ा और छुपा हुआ है मुझ में जाने क्या क्या और

तेरे वादे को कभी झूट नहीं समझूँगा कल की रात भी दरवाज़ा खुला रखूँगा।।

तेरे वादे को कभी झूट नहीं समझूँगा कल की रात भी दरवाज़ा खुला रखूँगा।।

रातो में घर का दरवाज़ा खुला रखती हूँ, काश कोई लुटेरा आये और मेरे ग़मों को लुट ले जाए।

रातो में घर का दरवाज़ा खुला रखती हूँ, काश कोई लुटेरा आये और मेरे ग़मों को लुट ले जाए।

ज़रूरी नहीं कि दस्तक या आहट हमेशा दरवाज़े पर भी हो,  कई बार कुछ ख़ास मेहमान दिल पर भी दस्तक देते हैं।

ज़रूरी नहीं कि दस्तक या आहट हमेशा दरवाज़े पर भी हो, कई बार कुछ ख़ास मेहमान दिल पर भी दस्तक देते हैं।

मेहनत वह चाबी है जो किस्मत का दरवाज़ा खोल देती हैं।

मेहनत वह चाबी है जो किस्मत का दरवाज़ा खोल देती हैं।

खुल के मिलने का सलीका उन्हें आता नहीं, और मेरे करीब तो कोई चोर दरवाजा नहीं।

खुल के मिलने का सलीका उन्हें आता नहीं, और मेरे करीब तो कोई चोर दरवाजा नहीं।

प्रेम का दरवाजा अक्सर छोटा होता है, सर झुककर ही अंदर जाते है लोग।

प्रेम का दरवाजा अक्सर छोटा होता है, सर झुककर ही अंदर जाते है लोग।

अपने यादों को मेरे दहलीज पर मत भेज, अब दिल का दरवाजा बड़ी मुश्किल से खुलता है।

अपने यादों को मेरे दहलीज पर मत भेज, अब दिल का दरवाजा बड़ी मुश्किल से खुलता है।

सर झुकाने की आदत होनी चाहिए, सबके घर का दरवाजा ऊँचा नहीं होता।

सर झुकाने की आदत होनी चाहिए, सबके घर का दरवाजा ऊँचा नहीं होता।

कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा, मेरा दरवाजा हवाओं ने हिलाया होगा।

कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा, मेरा दरवाजा हवाओं ने हिलाया होगा।

जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ,  मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है,

जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ, मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है,

उन दिनों घर से अजब रिश्ता था,  सारे दरवाज़े गले लगते थे।

उन दिनों घर से अजब रिश्ता था, सारे दरवाज़े गले लगते थे।

लगी रहती हैं निगाहे अब दरवाज़े पर, शायद कोई उनका पैगाम आ जाये।

लगी रहती हैं निगाहे अब दरवाज़े पर, शायद कोई उनका पैगाम आ जाये।

दिखावा मत कीजिये, क्योंकि यह अक्सर लोगों को बर्बाद कर देता है!

दिखावा मत कीजिये, क्योंकि यह अक्सर लोगों को बर्बाद कर देता है!

दिखावे की मोहब्बत का ”बाज़ार” चलता है यहाँ, सच्चे एहसास रोज ”खुदखुशी” करते है!

दिखावे की मोहब्बत का ”बाज़ार” चलता है यहाँ, सच्चे एहसास रोज ”खुदखुशी” करते है!