जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ,  मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है, - Darwaza Shayari

जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ, मेरी आंखें एक दस्तक दे देती है,

Darwaza Shayari