तेरा हाथ थाम कर मेरे दिल की धड़कने बढ़ जाती थी वो भी क्या हसीन दिन थे जब तू हमें खुद से ज्यादा चाहती थी। - Dhadkan Shayari

तेरा हाथ थाम कर मेरे दिल की धड़कने बढ़ जाती थी वो भी क्या हसीन दिन थे जब तू हमें खुद से ज्यादा चाहती थी।

Dhadkan Shayari