एक आप हो जो कुछ 👩❤️💋👨कहतीं नही, और एक आपकी यादें हैं जो 😍चुप रहती नही।
एक दिन उसने मुझसे 😍कयामत का मतलब पूछ लिया, मैंने भी घबरा कर उससे रूठ जाना 😍तेरा कह दिया।
आ भी जाओ मेरी 👀आँखों के रूबरू 😍अब तुम, कितना 💕ख्वाबों में तुझे और 💖तलाशा जाए।
सिर्फ इशारों में होती ❣️महोब्बत अगर, इन अलफाजों को 😘खुबसूरती कौन देता, बस पत्थर बन के रह जाता 🏰“ताज महल”अगर 💖इश्क इसे अपनी पहचान ना देता।
हम ने सीने से लगाया ❤️दिल न अपना बन सका,😘 मुस्कुरा कर तुम ने देखा 💖दिल तुम्हारा हो गया।
मेरे वजूद में 😊काश तू उतर जाए, मैं देखूं ◻️आइना और तू नजर आये, तू हो सामने और वक्त ⏳ठहर जाए, और तुझे देखते हुए जिंदगी 😍गुज़र जाए।
ज़िन्दगी में बार बार सहारा नहीं😰 मिलता, बार- बार कोई प्यार😋 से प्यारा ❤️नहीं मिलता, हे जो पास👈उसे संभाल💑 के रखना, खो 🔍कर वो कभी दुबारा नहीं मिलता।
तुम्हारी 😊खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे मगर, हमारी बेचैनियों की वजह बस 😍तुम हो।
सफर वहीं तक है जहाँ तक 😍तुम हो, 👀नजर वहीं तक है जहाँ तक 🤗तुम हो, हजारों 🥀फूल देखे हैं गुलशन में मगर, खुशबू वहीं तक है जहाँ तक 🤗तुम हो।
तेरे 🤫खामोश होंठों पर 🌫मोहब्बत गुनगुनाती है, तू मेरा है 👩❤️💋👨मैं तेरा हूँ बस यही 😍आवाज़ आती है।
मैं ⏳वक़्त बन जाऊं तू बन जाना कोई 💌लम्हा, मैं तुझमें 😍गुजर जाऊं तू मुझमें 😍गुजर जाना।
लत 😍तेरी ही लगी है, नशा सरेआम होगा, हर लम्हा 😊जिंदगी का सिर्फ तेरे ❣️नाम होगा।
दोस्ती 👀नज़ारों से हो तो उसे कुदरत कहते हैं, ⭐️चाँद-सितारों से हो तो जन्नत कहते हैं, हसीनों से हो तो 😍मोहब्बत कहते हैं, और आपसे हो तो उसे 😊किस्मत कहते हैं।
तेरे हर एक दर्द का एहसास है मुझे तेरी मेरी दोस्ती पर बहुत नाज़ है मुझे, क़यामत तक न बिछड़ेंगे हम दो दोस्त, कल से भी ज्यादा भरोसा आज है मुझे।
😊मुस्कान आपकी यादो से मिलती है, ❤️दिल को राहत आपकी बातों से मिलती है, बंद मत करना ये 👫दोस्ती का सिलसिला, दिल की 💕धड़कन आपकी 👫दोस्ती से चलती है।
दोस्ती वो एहसास है जो 🤗मिटता नहीं, दोस्ती वो ⛰पर्वत है जो कभी झुकता नहीं, इसकी 🤔कीमत क्या है पूछो हमसे, ये वो अनमोल मोती है जो 😍बिकता नहीं।
जब दोस्ती सच्ची और मजबूत होती है, तो उसे जताने की ज़रूरत नही होती है, चाहे दोस्त कितना भी दूर चला जाये, उसे पास लाने की ज़रूरत नही होती है
ज़िन्दगी के सारे गम क्यों बाँट लेते हैं 👬दोस्त, क्यों ज़िन्दगी में साथ देते हैं 👬दोस्त, रिश्ता तो सिर्फ उनसे ❤️दिल का होता है जी, फिर भी क्यों हमे अपना मान लेते हैं 👬दोस्त।