यह इश्क का जुआ हम भी, खेल चुके हैं दोस्त, रानी किसी और की हुई और, जोकर हम बन गए।

यह इश्क का जुआ हम भी, खेल चुके हैं दोस्त, रानी किसी और की हुई और, जोकर हम बन गए।

dard bhari shayari

 मेरे किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी खुदा ने, मुझसे बस वही पन्ना गुम हो गया जिसमें तेरा जिक्र होना था…

मेरे किस्मत की किताब तो खूब लिखी थी खुदा ने, मुझसे बस वही पन्ना गुम हो गया जिसमें तेरा जिक्र होना था…

न जाने कौन सा आँसू मेरा राज खोल दे, हम इस ख्याल से नजरें झुकाए बैठे हैं।

न जाने कौन सा आँसू मेरा राज खोल दे, हम इस ख्याल से नजरें झुकाए बैठे हैं।

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम; हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम, अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला; ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।

हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम; हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम, अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला; ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।

ये तो बस वही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम, जिसने जिंदगी में किसी को, पाने से पहले खोया हो।

ये तो बस वही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम, जिसने जिंदगी में किसी को, पाने से पहले खोया हो।

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में ऐ हमदम, दर्द हो तो समझ लेना कि मोहब्बत अब भी बाकी है।

तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में ऐ हमदम, दर्द हो तो समझ लेना कि मोहब्बत अब भी बाकी है।

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे; दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे, तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे, सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।

खून बन कर मुनासिब नहीं दिल बहे; दिल नहीं मानता कौन दिल से कहे, तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे, सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।

तरस आता है इन मासूम सी पलकों पर, जब भीग कर कहती है, अब रोया नहीं जाता।

तरस आता है इन मासूम सी पलकों पर, जब भीग कर कहती है, अब रोया नहीं जाता।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं, उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं, कोई निकाल न ले उन्हें पानी से, इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं।

दर्द में भी मुस्कुरा देता हूं, अपनों से ही दर्द छुपा लेता हूं।

दर्द में भी मुस्कुरा देता हूं, अपनों से ही दर्द छुपा लेता हूं।

दिल ही तो था, बस भर गया होगा हमसे।

दिल ही तो था, बस भर गया होगा हमसे।

जो नजर से गुजर जाया करते हैं, वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,  कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।

जो नजर से गुजर जाया करते हैं, वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं, कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं।

आईना मेरा मेरे अपनों से बढ़कर निकला, जब भी मैं रोया कमबख्त मेरे साथ ही रोया…

आईना मेरा मेरे अपनों से बढ़कर निकला, जब भी मैं रोया कमबख्त मेरे साथ ही रोया…

हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे, लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे, कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए, जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।

हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे, लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे, कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए, जिनके दिल टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।

अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे, इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे, उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी, जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे।

अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे, इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे, उनसे क्या गिला करें, भूल तो हमारी थी, जो बिना दिल वालों से ही दिल लगा बैठे।

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है; ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है; ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।

 इस नाजुक दिल से में किसी के लिए, इतनी मोहब्बत आज भी है यारों कि हर रात जब तक, आँखें ना भीग जाये तब नींद नहीं आती…

इस नाजुक दिल से में किसी के लिए, इतनी मोहब्बत आज भी है यारों कि हर रात जब तक, आँखें ना भीग जाये तब नींद नहीं आती…

लबों पे नाम है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं, गजल में दर्द है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं।

लबों पे नाम है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं, गजल में दर्द है जिनका उन्हें कुछ भी खबर नहीं।

याद आयेगी हर रोज मगर तुझे आवाज न दूँगी लिखूंगी तेरे ही लिए हर गजल मगर तेरा नाम न लूँगी।

याद आयेगी हर रोज मगर तुझे आवाज न दूँगी लिखूंगी तेरे ही लिए हर गजल मगर तेरा नाम न लूँगी।