मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं, फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं, और कितने आंसू बहाऊँ उस के लिए, जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं। - Pyar Bhari Shayari

मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं, फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं, और कितने आंसू बहाऊँ उस के लिए, जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं।

Pyar Bhari Shayari