हम जुदा हुए थे फिर मिलने के लिये, ज़िंदगी की राहों में संग चलने के लिये, तेरे प्यार की कशिश दिल में बसी है कुछ ईस क़दर, दुआ है तेरा साथ मिले ज़रा संभलने के लिये।
प्यार से तुमने जब हमारी तरफ देख लिया, हमकों लगा सारी दुनिया ने हमें देख लिया, तमन्ना बाकी नही है अब कुछ और देखने की, तुम्हारी आखों में हमने दुनिया को देख लिया !
दिल में छुपा रखी है,मोहब्बत तुम्हारी, खजाने की तरह, बताते नहीं किसी को भी, कि कहीं शोर ना मच जाए।
कभी हम पे वो जान दिया करते थे, जो हम कहते थे वो मान लिया करते थे, आज पास से अनजान बनके गुज़र गए, जो दूर से हमे पहचान लिया करते थे।
मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे, तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे, यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई, आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्हे।
एक सच्चा प्यार चाहे दो "पल" के लिये क्यु ना हो, मगर जिन्दगी भर के लिये "ऐहसास" दे जाता है !!
भुलाया उनको जाता है, जो दिमाग में बसते हैं, दिल में बसने वालों को तो, भूलना नामुमकिन है।
आज किसी की दुआ की कमी है, तभी तो हमारी आँखों में नमी है, कोई तो है जो भूल गया हमें, पर हमारे दिल में उसकी जगह वही है।
किया है प्यार तो धोखा नहीं देंगे, आपको आँसुओ का तोहफा नहीं देंगे,आप दिल से रोये हमें याद करके, ऐसा हम कभी आपको मौका नहीं देंगे !
न दिल में बसाकर भुलाया करते हैं, ना हँसकर रुलाया करते हैं, कभी महसूस कर के देख लेना, हम जैसे दिल से रिश्ते निभाया करते है।
किसी को चाहो तो इस अंदाज़ से चाहो, कि वो तुम्हे मिले या ना मिले , मगर उसे जब भी प्यार मिले तो तुम याद आओ !
मैं सोचता था, कि वो मुझे देखती है, मुझे तो आज पता चला कि वो, मुझे नहीं मुझमें किसी और को देखती है।
पहली मोहब्बत मेरी हम जान न सके, प्यार क्या होता है हम पहचान न सके, हमने उन्हें दिल में बसा लिया इस कदर कि, जब चाहा उन्हें दिल से निकाल न सके।
मैंने तुझे शब्दों में महसूस किया है, लोग तो तेरी तस्वीर पसन्द करते है !
छोटी-छोटी बातों पर नाराज मत हुआ करो, और गलती हो जाए, तो माफ कर दिया करो, अरे नाराज तब होना, जब हम रिश्ता तोड़ देंगे, ऐसा तब होगा, जब हम दुनिया छोड़ देंगे।
इंतेज़ार रहता है हर शाम तेरा, रातें काट ते है ले ले के नाम तेरा, मुद्दत से बैठी हू ये आस पाले, शायद अब आ जाए कोई पैगाम तेरा।
उनकी चाहत में हम कुछ इस तरह बंधे है, की वो साथ भी नहीं और हम अकेले भी नहीं।
जब भी चाहा सिर्फ तुम्हें चाहा, पर कभी तुमसे कुछ नहीं चाहा।