उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा, दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है।

उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा, दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है।

bewafa shayari

तुम बदले तो मजबूरियाँ थी, हम बदले तो बेवफ़ा हो गए।

तुम बदले तो मजबूरियाँ थी, हम बदले तो बेवफ़ा हो गए।

हम तो तेरे दिल की महफ़िल सजाने आए थे, तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे, किस बात की सजा दी तुने हमको बेवफा, हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।

हम तो तेरे दिल की महफ़िल सजाने आए थे, तेरी कसम तुझे अपना बनाने आए थे, किस बात की सजा दी तुने हमको बेवफा, हम तो तेरे दर्द को अपना बनाने आए थे।

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना, तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना, मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना, मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।

तेरी चौखट से सिर उठाऊं तो बेवफा कहना, तेरे सिवा किसी और को चाहूँ तो बेवफा कहना, मेरी वफाओं पे शक है तो खंजर उठा लेना, मैं शौक से मर ना जाऊं तो बेवफा कहना।

प्यार किसी को करोगे रुस्वाई ही मिलेगी, वफ़ा कर लो चाहे जितनी बेवफाई ही मिलेगी, जितना मर्जी किसी को अपना बना लो, जब आँख खुलेगी तन्हाई ही मिलेगी।

प्यार किसी को करोगे रुस्वाई ही मिलेगी, वफ़ा कर लो चाहे जितनी बेवफाई ही मिलेगी, जितना मर्जी किसी को अपना बना लो, जब आँख खुलेगी तन्हाई ही मिलेगी।

ये बेवफा सनम वफा की कीमत क्या जाने है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने, जिन्हे मिलता है हर मोड़ पर नया हमसफर, वो भला प्यार की कीमत क्या जाने।

ये बेवफा सनम वफा की कीमत क्या जाने है बेवफा गम-ऐ मोहब्बत क्या जाने, जिन्हे मिलता है हर मोड़ पर नया हमसफर, वो भला प्यार की कीमत क्या जाने।

समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।

समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से, अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।

वफ़ा के नाम से वो अनजान थे, किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे, हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला, हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे।

वफ़ा के नाम से वो अनजान थे, किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे, हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला, हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे।

मेरी मोहब्बत सच्ची है इसलिए तेरी याद आती है, अगर तेरी बेवफाई सच्ची है तो अब याद मत आना।

मेरी मोहब्बत सच्ची है इसलिए तेरी याद आती है, अगर तेरी बेवफाई सच्ची है तो अब याद मत आना।

हसीनों ने हसीन बन कर गुनाह किया, औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया, पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफाई को, औरों ने तो क्या उन्होंने भी वाह वाह किया।

हसीनों ने हसीन बन कर गुनाह किया, औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया, पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफाई को, औरों ने तो क्या उन्होंने भी वाह वाह किया।

वो खुदा था मेरा अब मेरा ईमान है, चला गया छोड़ कर इसलिए दिल उदास है, बेवफा नही कहूंगा मैं उसको,
क्यूंकी इश्क़ करना उसका मुझ पर अहसान है।

वो खुदा था मेरा अब मेरा ईमान है, चला गया छोड़ कर इसलिए दिल उदास है, बेवफा नही कहूंगा मैं उसको, क्यूंकी इश्क़ करना उसका मुझ पर अहसान है।

इतनी मुश्किल भी ना थी राह मेरी मोहब्बत की, कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हो गए।

इतनी मुश्किल भी ना थी राह मेरी मोहब्बत की, कुछ ज़माना खिलाफ हुआ कुछ वो बेवफा हो गए।

काश कि हम उनके दिल पे राज़ करते, जो कल था वही प्यार आज करते, हमें ग़म नहीं उनकी बेवफाई का, बस अरमां था कि, हम भी अपने प्यार पर नाज़ करते।

काश कि हम उनके दिल पे राज़ करते, जो कल था वही प्यार आज करते, हमें ग़म नहीं उनकी बेवफाई का, बस अरमां था कि, हम भी अपने प्यार पर नाज़ करते।

बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से, बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से, ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उसने दवा के नाम से, आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम देखकर ....

बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से, बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से, ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उसने दवा के नाम से, आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम देखकर ....

गुज़रे दिनों की भूली हुई बात की तरह, आँखों में जागता है कोई रात की तरह, उससे उम्मीद थी की निभाएगा साथ वो, वो भी बदल गया मेरे हालात की तरह।

गुज़रे दिनों की भूली हुई बात की तरह, आँखों में जागता है कोई रात की तरह, उससे उम्मीद थी की निभाएगा साथ वो, वो भी बदल गया मेरे हालात की तरह।

टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी, मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी, न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से, के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी।

टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी, मेरी साँसों ने हर पल उसकी ख़ुशी मांगी, न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से, के मैंने आखिरी ख्वाहिश में भी उसकी वफ़ा मांगी।

फूलों के साथ काँटे नसीब होते हैं, ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है, यूँ तो मजबूरी ले डूबती हर आशिक को, वरना खुशी से बेवफ़ा कौन होता है!

फूलों के साथ काँटे नसीब होते हैं, ख़ुशी के साथ ग़म भी नसीब होता है, यूँ तो मजबूरी ले डूबती हर आशिक को, वरना खुशी से बेवफ़ा कौन होता है!

प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था, वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था, सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को, पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था।

प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था, वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था, सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को, पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था।

ये शायरी की महफ़िल बनी है आशिकों के लिये, बेवफाओं की क्या औकात जो शब्दों को तोल सके।

ये शायरी की महफ़िल बनी है आशिकों के लिये, बेवफाओं की क्या औकात जो शब्दों को तोल सके।