मेरे साथ बैठकर वक्त भी रोया एक दिन, बोला बन्दा तु ठिक है, मै ही खराब चल रहा हूँ।

मेरे साथ बैठकर वक्त भी रोया एक दिन, बोला बन्दा तु ठिक है, मै ही खराब चल रहा हूँ।

Waqt Shayari

 तुझसे मिल कर हमे रोना था बहुत रोना था, तंगी -ऐ-वक़्त -ऐ -मुलाक़ात ने रोने ना दिया।

तुझसे मिल कर हमे रोना था बहुत रोना था, तंगी -ऐ-वक़्त -ऐ -मुलाक़ात ने रोने ना दिया।

पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की, पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी मे वक़्त ही ना मिले।

पैसा कमाने के लिए इतना वक़्त खर्च ना करो की, पैसा खर्च करने के लिए ज़िन्दगी मे वक़्त ही ना मिले।

रात नहीं ख्वाब बदलता है... मंज़िल नहीं करवा बदलता  है.. जज़्बा रखो हर दम जीतने का .. क्यूंकि किस्मत चाहे  बदले न बदले “समय” जरूर  बदलता  है !

रात नहीं ख्वाब बदलता है... मंज़िल नहीं करवा बदलता है.. जज़्बा रखो हर दम जीतने का .. क्यूंकि किस्मत चाहे बदले न बदले “समय” जरूर बदलता है !

वो जो कपडे बदलने का शौक रखते थे, आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नही।

वो जो कपडे बदलने का शौक रखते थे, आखिरी वक्त न कह पाये कफ़न ठीक नही।

कुछ इस तरह से सौदा किया मुझसे मेरे वक़्त ने तजुर्बे दे कर वो मुझसे मेरी मासूमियत ले गया।

कुछ इस तरह से सौदा किया मुझसे मेरे वक़्त ने तजुर्बे दे कर वो मुझसे मेरी मासूमियत ले गया।

कल मिला वक़्त तो ज़ुल्फ़ें तेरी सुलझा लूंगा, आज उलझा हूँ ज़रा वक़्त के सुलझाने में...

कल मिला वक़्त तो ज़ुल्फ़ें तेरी सुलझा लूंगा, आज उलझा हूँ ज़रा वक़्त के सुलझाने में...

अभी साथ था अब खिलाफ है, वक्त का भी आदमी जैसा हाल है।

अभी साथ था अब खिलाफ है, वक्त का भी आदमी जैसा हाल है।

वक़्त के भी अजीब क़िस्से हैं, किसी का काटता नहीं और किसी के पास होता नहीं।

वक़्त के भी अजीब क़िस्से हैं, किसी का काटता नहीं और किसी के पास होता नहीं।

बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे, समय जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना।

बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे, समय जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना।

जाते वक़्त उसने मुझसे अजीब सी बात कही, तुम मेरी ज़िन्दगी हो, और मुझे मेरी ज़िन्दगी से नफरत है।

जाते वक़्त उसने मुझसे अजीब सी बात कही, तुम मेरी ज़िन्दगी हो, और मुझे मेरी ज़िन्दगी से नफरत है।

समय की रफ़्तार रुक गयी होती, शरम से आँखें झुक गयी होती, अगर दर्द जानती शम्मा परवाने का, तो जलने से पहले ही वो बुझ गयी होती।

समय की रफ़्तार रुक गयी होती, शरम से आँखें झुक गयी होती, अगर दर्द जानती शम्मा परवाने का, तो जलने से पहले ही वो बुझ गयी होती।

तू मुझे बनते बिगड़ते हुए अब ग़ौर से देख, वक़्त कल चाक पे रहने दे न रहने दे मुझे।

तू मुझे बनते बिगड़ते हुए अब ग़ौर से देख, वक़्त कल चाक पे रहने दे न रहने दे मुझे।

वक़्त का ख़ास होना ज़रूरी नहीं, खास लोगो के लिए वक़्त होना ज़रूरी है।

वक़्त का ख़ास होना ज़रूरी नहीं, खास लोगो के लिए वक़्त होना ज़रूरी है।

तुझे चाहने वाले कम ना होंगे, समय के साथ शायद हम ना होंगे, चाहे किसी को कितना भी प्यार देना, लेकिन तेरी यादों के हकदार सिर्फ हम ही होंगे।

तुझे चाहने वाले कम ना होंगे, समय के साथ शायद हम ना होंगे, चाहे किसी को कितना भी प्यार देना, लेकिन तेरी यादों के हकदार सिर्फ हम ही होंगे।

अजनबी शहर में एक दोस्त मिला, वक्त नाम था, पर जब भी मिला मजबूर मिला।

अजनबी शहर में एक दोस्त मिला, वक्त नाम था, पर जब भी मिला मजबूर मिला।

ना तूफ़ान ने दस्तक दी, और ना पत्थर ने चोट दी, वक्त तकदीर से मिला और मुझे सजा-ए-मोहब्बत दी।

ना तूफ़ान ने दस्तक दी, और ना पत्थर ने चोट दी, वक्त तकदीर से मिला और मुझे सजा-ए-मोहब्बत दी।

राब्ता लाख सही क़ाफ़िला-सालार के साथ, हम को चलना है मगर वक़्त की रफ़्तार के साथ।

राब्ता लाख सही क़ाफ़िला-सालार के साथ, हम को चलना है मगर वक़्त की रफ़्तार के साथ।

वक़्त आने पर जवाब देंगे सबको लहज़े सबके  याद हैं हमे।

वक़्त आने पर जवाब देंगे सबको लहज़े सबके याद हैं हमे।