अजब हैं तू दातार सांवरे, गजब तेरी दातारी रे, हर लेता हैं पीड़ा भक्त की, चाहे विपदा हो कितनी भारी रे!
तेरे दर पर आने से पहले में बहुत कमजोर होता हूँ, ओर जब छू लेता हूँ तेरी चौखट तो में कुछ और होता हूँ!
मेरे श्याम तेरी मेरी मोहब्बत का राज उस वक्त खुल गया, जब दिल तेरी कसम खाने से मुकर गया !
मिश्री भी फीकी लगे अब, फीको गुड़ को स्वाद, श्याम से प्रीत हुई जबसे और चखों प्रेम को स्वाद !
रूठी थी किस्मत मेरी भी अब मेहरबान हो गयी, श्याम के नाम से ही अब मेरी पहचान हो गयी!
ना अमीरों की बात हैं, ना गरीबों की बात हैं, श्याम तेरे धाम की सेवा, तो नसीबो की बात हैं !
रूप बड़ा निराला गणपति मेरा बड़ा प्यारा जब भी आए कोई मुसीबत मेरे बप्पा ने पल में हल कर डाला.
सांसे थाम कर रखो, कुछ हलचल होने वाली है, ढोल ताशे की आवाज़ से गणपति बप्पा आने वाले है!
आपका सुख गणेश के पेट जितना बड़ा हो आपका दुःख उंदर जैसा छोटा हो, आपकी लाइफ गणेश जी की सूंड जितनी बड़ी हो आपके बोल मोदक जैसे मीठे हो!
परंपरा हम भी निभाते है, मोरया की वंदना हम भी करते है, गर्व से बजाते है और बाप्पा को भी नचाते है, इसलिए तो कहता हूं, बाप्पा बाप्पा मोरया!!
जब भी आते हैं खुशियाँ दे जाते हैं. जब भी आते हैं आशीर्वाद का तोहफा लाते हैं. जब भी आते हैं सफलता का मार्ग देते हैं ऐसा देवो देव को प्रणाम जय हो गणपति बाप्पा की.
गणपति जी का सर पर हाथ हो, हमेशा उनका साथ हो, खुशियों का हो बसेरा, करे शुरुआत बप्पा के गुणवान से मंगल फिर हर काम हो!
भक्ति गणपति, शक्ति गणपति,सिद्दी गणपति, लक्ष्मी गणपति महा गणपति, देवो में श्रेष्ठ मेरे गणपति.
गणेश जी का रूप निराला हैं चेहरा देखो कितना भोला भाला हैं जब भी हम पर आए कोई मुसीबत गणेश जी ने ही तो हमे संभाला हैं!
सब शुभ कारज में पहले पूजा तेरी, तुम बिना काम ना सरे, अरज सुन मेरी रिध सिध को लेकर करो भवन में फेरी करो ऐसी कृपा नित करूँ मैं पूजा तेरी।।
नए कार्य की शुरूआत अच्छी हो,हर मनोकामना सच्ची हो, गणेश जी का मन में वास रहे, इस गणेश चतुर्थी आप अपनों के पास रहे।
दिल से जो भी मांगोगे मिलेगा ये गणेश जी का दरबार है, देवों के देव वक्रतुंडा महाकाया को अपने हर भक्त से प्यार है !
प्यार क्या है ये खुद किये, बिना कोई समझता नही, वैसे ही मुंबई मतलब क्या ये गणपति बप्पा, के आये बिना समझता नही।