लगाके इश्क़ की बाजी सुना है दिल दे बैठे हो, मुहब्बत मार डालेगी अभी तुम फूल जैसे हो।

लगाके इश्क़ की बाजी सुना है दिल दे बैठे हो, मुहब्बत मार डालेगी अभी तुम फूल जैसे हो।

2 LINES Shayari

तुम्हारी सोच में बुरे हैं हम तो सोचो तुम्हारी सोच कितनी बुरी है।

तुम्हारी सोच में बुरे हैं हम तो सोचो तुम्हारी सोच कितनी बुरी है।

मैले हो जाते हैं रिश्ते भी लिबासों की तरह कभी-कभी इनको भी मोहब्बत से धोया कीजिए।

मैले हो जाते हैं रिश्ते भी लिबासों की तरह कभी-कभी इनको भी मोहब्बत से धोया कीजिए।

पहले ज़मीं बँटी फिर घर भी बँट गया, इंसान अपने आप में कितना सिमट गया।

पहले ज़मीं बँटी फिर घर भी बँट गया, इंसान अपने आप में कितना सिमट गया।

क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में.. दोस्तों, वो लोग ही बिछड़ गए जो जिंदगी हुआ करते थे।

क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में.. दोस्तों, वो लोग ही बिछड़ गए जो जिंदगी हुआ करते थे।

फिर नज़र में फूल महके दिल में फिर शम्में जलीं, फिर तसव्वुर ने लिया उस बज़्म में जाने का नाम।

फिर नज़र में फूल महके दिल में फिर शम्में जलीं, फिर तसव्वुर ने लिया उस बज़्म में जाने का नाम।

बेशक खेल तुम्हारे होंगे लेकिन अब चाल हमारी होगी।

बेशक खेल तुम्हारे होंगे लेकिन अब चाल हमारी होगी।

इश्क की बात न पूछो इश्क बदनाम करता है, रुलाता है हंसाता है बस यही काम करता है।

इश्क की बात न पूछो इश्क बदनाम करता है, रुलाता है हंसाता है बस यही काम करता है।

इन में लहू जला हो हमारा कि जान ओ दिल, महफ़िल में कुछ चराग़ फ़रोज़ाँ हुए तो हैं।

इन में लहू जला हो हमारा कि जान ओ दिल, महफ़िल में कुछ चराग़ फ़रोज़ाँ हुए तो हैं।

माना की तू शेर है पर ज्यादा उछल मत हम भी शिकारी हैं, ठोंक देंगे !

माना की तू शेर है पर ज्यादा उछल मत हम भी शिकारी हैं, ठोंक देंगे !

नब्ज़ क्या ख़ाक बोलेगी.. हुज़ूर जो दिल पे गुज़री है वो दिल ही जानता है।

नब्ज़ क्या ख़ाक बोलेगी.. हुज़ूर जो दिल पे गुज़री है वो दिल ही जानता है।

अंदाज थोड़ा अलग रखता हूँ शायद इसीलिए मै लोगों को गलत लगता हूँ।

अंदाज थोड़ा अलग रखता हूँ शायद इसीलिए मै लोगों को गलत लगता हूँ।

बेवजह कोई नहीं रोता इश्क में यारों, जिसे खुद से ज्यादा चाहो वही रुलाता जरूर है।

बेवजह कोई नहीं रोता इश्क में यारों, जिसे खुद से ज्यादा चाहो वही रुलाता जरूर है।

पूछा न जिंदगी में किसी ने भी दिल का हाल, अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुदकुशी का है।

पूछा न जिंदगी में किसी ने भी दिल का हाल, अब शहर भर में ज़िक्र मेरी खुदकुशी का है।

हम जैसे लोग कीमत से नही किस्मत से मिला करते हैं।

हम जैसे लोग कीमत से नही किस्मत से मिला करते हैं।

दिल चाहता हैं कि फिर अजनबी बनकर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ हम उम्मीद बनकर देखें।

दिल चाहता हैं कि फिर अजनबी बनकर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ हम उम्मीद बनकर देखें।

मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए।

मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए।

हम इस तरह हारेंगे कि तुम जीत कर पछताओगे!

हम इस तरह हारेंगे कि तुम जीत कर पछताओगे!

तुम तो अपने थे जरा हाथ तो बढ़ाया होता, गैर भी डूबने वाले को बचा लेते है!

तुम तो अपने थे जरा हाथ तो बढ़ाया होता, गैर भी डूबने वाले को बचा लेते है!