अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई, और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई।

अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई, और बिखर जाऊँ तो मुझको न समेटे कोई।

2 LINES Shayari

दिल चाहता हैं कि फिर अजनबी बनकर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ हम उम्मीद बनकर देखें।

दिल चाहता हैं कि फिर अजनबी बनकर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ हम उम्मीद बनकर देखें।

मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए।

मेरे जुनूँ को ज़ुल्फ़ के साए से दूर रख, रस्ते में छाँव पा के मुसाफ़िर ठहर न जाए।

हम इस तरह हारेंगे कि तुम जीत कर पछताओगे!

हम इस तरह हारेंगे कि तुम जीत कर पछताओगे!

तुम तो अपने थे जरा हाथ तो बढ़ाया होता, गैर भी डूबने वाले को बचा लेते है!

तुम तो अपने थे जरा हाथ तो बढ़ाया होता, गैर भी डूबने वाले को बचा लेते है!

कुछ बेगाने है इसलिए चुप हैं, कुछ चुप है इसलिए बेगाने है।

कुछ बेगाने है इसलिए चुप हैं, कुछ चुप है इसलिए बेगाने है।

दुनिया की भीड़ हो तुम्हें मुबारक हम अपना रास्ता खुद बनाते हैं

दुनिया की भीड़ हो तुम्हें मुबारक हम अपना रास्ता खुद बनाते हैं

कौन कहता हैं मोहब्बत की जुबाँ होती हैं, ये तो वो हकीकत हैं, जो आँखो से बयाँ होती हैं।

कौन कहता हैं मोहब्बत की जुबाँ होती हैं, ये तो वो हकीकत हैं, जो आँखो से बयाँ होती हैं।

आप अच्छे हैं अच्छे से रहना हम बुरे हैं हमसे दूर ही रहना।

आप अच्छे हैं अच्छे से रहना हम बुरे हैं हमसे दूर ही रहना।

चाँद भी झाँकता है खिड़कियों से, मेरी तन्हाईयों की चर्चा अब आसमानों में है।

चाँद भी झाँकता है खिड़कियों से, मेरी तन्हाईयों की चर्चा अब आसमानों में है।

जो टूटकर भी मुस्कुरा दे, ऐसा बेशरम इंसान हूं मैं!

जो टूटकर भी मुस्कुरा दे, ऐसा बेशरम इंसान हूं मैं!

कभी तो अपने अन्दर भी कमियां ढूढ़े, ज़माना मेरे गिरेबान में झाँकता क्यूँ हैं।

कभी तो अपने अन्दर भी कमियां ढूढ़े, ज़माना मेरे गिरेबान में झाँकता क्यूँ हैं।

हम डर के नही सब कुछ कर के बैठे हैं!

हम डर के नही सब कुछ कर के बैठे हैं!

दिल से तेरा ख्याल ना जाए तो क्या करूँ मैं क्या करूँ कोई ये ना बताए तो क्या करूँ।

दिल से तेरा ख्याल ना जाए तो क्या करूँ मैं क्या करूँ कोई ये ना बताए तो क्या करूँ।

तू वाकिफ नहीं मेरे जुनून से, नहला दूंगा तुझे तेरे ही खून से।

तू वाकिफ नहीं मेरे जुनून से, नहला दूंगा तुझे तेरे ही खून से।

अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है, सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है।

अक्सर दिखावे का प्यार ही शोर करता है, सच्ची मोहब्बत तो इशारों में ही सिमट जाती है।

न रुकी वक़्त की गर्दिश न ज़माना बदला, पेड़ सूखा तो परिंदों ने ठिकाना बदला।

न रुकी वक़्त की गर्दिश न ज़माना बदला, पेड़ सूखा तो परिंदों ने ठिकाना बदला।

मुझे कमजोर ना समझना, मै सोच समझकर शांत बैठा हूं।

मुझे कमजोर ना समझना, मै सोच समझकर शांत बैठा हूं।

गलतफहमी मत पाल तू कि तेरा राज़ है बेटा आकर देख ले.. कौन किसका बाप है

गलतफहमी मत पाल तू कि तेरा राज़ है बेटा आकर देख ले.. कौन किसका बाप है