बहुत थे मेरे भी इस दुनिया में अपने, फिर हुआ इश्क और हम अकेले हो गए।

बहुत थे मेरे भी इस दुनिया में अपने, फिर हुआ इश्क और हम अकेले हो गए।

Ishq Shayari

जीते जी मौत से रूबरू होना है , तो किसी बेवफा से मोहब्बत कर लो  ।

जीते जी मौत से रूबरू होना है , तो किसी बेवफा से मोहब्बत कर लो ।

मुझे वो हकीकत मंजूर नहीं जिसमे तुम ना हो !

मुझे वो हकीकत मंजूर नहीं जिसमे तुम ना हो !

बेवफा से हो गए है तुम्हारे इरादे सनम , लगता है प्यार नहीं है तुम्हे हमसे सनम ।

बेवफा से हो गए है तुम्हारे इरादे सनम , लगता है प्यार नहीं है तुम्हे हमसे सनम ।

चाहे कितनी भी तकलीफ दे इश्क़, पर सुकून भी इश्क़ से ही आता है।

चाहे कितनी भी तकलीफ दे इश्क़, पर सुकून भी इश्क़ से ही आता है।

इश्क़ का रोग कुछ ऐसा लगा है , कि लोग क्या कहेंगे अब मतलब नहीं रहा है।

इश्क़ का रोग कुछ ऐसा लगा है , कि लोग क्या कहेंगे अब मतलब नहीं रहा है।

बिन जले शमा के परवाना जल नही सकता, क्या करे इश्क अगर हुस्न की सबकत ना करे।

बिन जले शमा के परवाना जल नही सकता, क्या करे इश्क अगर हुस्न की सबकत ना करे।

इश्क़ का समुन्दर भी क्या समुन्दर, जो डूब गया वो इश्क़ और जो बच गया वो दीवाना।

इश्क़ का समुन्दर भी क्या समुन्दर, जो डूब गया वो इश्क़ और जो बच गया वो दीवाना।

इश्क को भी इश्क हो तो फिर मैं देखूं इश्क को भी, कैसे तड़पे कैसे रोये, इश्क अपने इश्क में।

इश्क को भी इश्क हो तो फिर मैं देखूं इश्क को भी, कैसे तड़पे कैसे रोये, इश्क अपने इश्क में।

वो कहते है कि भूल जाओ पुरानी बातो को , कोई उसे समझाए कि इश्क़ पुराना नहीं होता ,

वो कहते है कि भूल जाओ पुरानी बातो को , कोई उसे समझाए कि इश्क़ पुराना नहीं होता ,

तुम हकीकत-ऐ-इश्क़ हो या फरेब मेरी आँखों का , ना दिल से निकलते हो ना मेरी ज़िंदगी में आते हो।

तुम हकीकत-ऐ-इश्क़ हो या फरेब मेरी आँखों का , ना दिल से निकलते हो ना मेरी ज़िंदगी में आते हो।

यकीन है मुझ पर तो बेपनाह इश्क कर, वफाए मेरी जवाब देगी तू सवाल तो कर।

यकीन है मुझ पर तो बेपनाह इश्क कर, वफाए मेरी जवाब देगी तू सवाल तो कर।

तुझसे ना मिलने की तड़प कुछ ऐसी है कि , जैसे मेरी सांस में सांस ना हो।

तुझसे ना मिलने की तड़प कुछ ऐसी है कि , जैसे मेरी सांस में सांस ना हो।

इश्क ने कब इजाजत ली है आशिकों से, वो होता है और होकर ही रहता है।

इश्क ने कब इजाजत ली है आशिकों से, वो होता है और होकर ही रहता है।

वो जितना मुझे पलके उठा देख लेते है , उतना ही मैं नीलम हो जाता हूँ।

वो जितना मुझे पलके उठा देख लेते है , उतना ही मैं नीलम हो जाता हूँ।

क्या हसीन इत्तेफाक था तेरी गली में आने का, किसी काम से आये थे और किसी काम के ना रहे।

क्या हसीन इत्तेफाक था तेरी गली में आने का, किसी काम से आये थे और किसी काम के ना रहे।

हर दिन याद कर हाज़िरी लगा देते है , तुम्हारे दिल में पल रहे हमारे इश्क़ की।

हर दिन याद कर हाज़िरी लगा देते है , तुम्हारे दिल में पल रहे हमारे इश्क़ की।

जब होना होता है तब होके रहता है , ये इश्क़ है इस पर किसका ज़ोर चलता है।

जब होना होता है तब होके रहता है , ये इश्क़ है इस पर किसका ज़ोर चलता है।

देखते हैं अब क्या मुकाम आता है साहब, सूखे पत्ते को इश्क हुआ है बहती हवा से।

देखते हैं अब क्या मुकाम आता है साहब, सूखे पत्ते को इश्क हुआ है बहती हवा से।