जो दोस्ती हकीकत लग रही थी वो सब ख़्वाब निकले, जिन्हे मानता था सच्चा साथी वो सारे सांप निकले। - Dhokebaaz Dost Shayari

जो दोस्ती हकीकत लग रही थी वो सब ख़्वाब निकले, जिन्हे मानता था सच्चा साथी वो सारे सांप निकले।

Dhokebaaz Dost Shayari