गलती दोस्तों की नहीं की उन्होंने मेरी आँखें खोल दी गलती मेरी थी जो मैंने उन पर आँख बंद कर के भरोसा किया। - Dhokebaaz Dost Shayari

गलती दोस्तों की नहीं की उन्होंने मेरी आँखें खोल दी गलती मेरी थी जो मैंने उन पर आँख बंद कर के भरोसा किया।

Dhokebaaz Dost Shayari