औकात देखकर जरूरते भी सिमट जाती है, जेब में पैसा न हो तो भूख भी मिट जाती है! - Aukat Shayari

औकात देखकर जरूरते भी सिमट जाती है, जेब में पैसा न हो तो भूख भी मिट जाती है!

Aukat Shayari