टुकड़ों में बिखरा हुआ किसी का जिगर दिखाएँगे, कभी आना भूखे सोए बच्चों के माँ बाप से मिलाएँगे ! - Maa Baap Shayari

टुकड़ों में बिखरा हुआ किसी का जिगर दिखाएँगे, कभी आना भूखे सोए बच्चों के माँ बाप से मिलाएँगे !

Maa Baap Shayari