मां बाप उमर से नहीं फिकर से बूढ़े होते हैं, कड़वा हैं मगर सच हैं ! - Maa Baap Shayari

मां बाप उमर से नहीं फिकर से बूढ़े होते हैं, कड़वा हैं मगर सच हैं !

Maa Baap Shayari