घर आके माँ-बाप बहुत रोये अकेले में, मिट्टी के खिलौने भी सस्ते ना थे मेले में ! - Maa Baap Shayari

घर आके माँ-बाप बहुत रोये अकेले में, मिट्टी के खिलौने भी सस्ते ना थे मेले में !

Maa Baap Shayari