क़िस्मत में लिखी थी दूरियां शायद, वरना तुझे पाने के लिए मेहनत हमने पूरी की थी।

क़िस्मत में लिखी थी दूरियां शायद, वरना तुझे पाने के लिए मेहनत हमने पूरी की थी।

Dooriyan Shayari

मैं जितना क़रीब जाना चाहूँ तू उतना ही दूर भागता है मुझे, तू और मैं चुम्बक के एक पहलू से लगते हैं।

मैं जितना क़रीब जाना चाहूँ तू उतना ही दूर भागता है मुझे, तू और मैं चुम्बक के एक पहलू से लगते हैं।

उसकी बेरुखी और मेरी खुदगर्ज़ी, अक्सर दूरियां ले आती हैं।

उसकी बेरुखी और मेरी खुदगर्ज़ी, अक्सर दूरियां ले आती हैं।

काफी फ़र्क़ है दूर होना और दूर रहने में, काफी फ़र्क़ है अपना होना और अपने कहने में।

काफी फ़र्क़ है दूर होना और दूर रहने में, काफी फ़र्क़ है अपना होना और अपने कहने में।

कभी तो आ बैठ मेरे पास थोड़ा बतियाते है, बढ़ रही है जो दूरियां उन दूरियों को मिटाते हैं।

कभी तो आ बैठ मेरे पास थोड़ा बतियाते है, बढ़ रही है जो दूरियां उन दूरियों को मिटाते हैं।

फासले आते चले गए हम दूर जाते चले गए, गलती दोनों की थी और हम एक दुसरे को गलत बताते चले गए।

फासले आते चले गए हम दूर जाते चले गए, गलती दोनों की थी और हम एक दुसरे को गलत बताते चले गए।

दूर ही थे तो अच्छा था, करीब आकर दूरियां बढ़ा दी हमने।

दूर ही थे तो अच्छा था, करीब आकर दूरियां बढ़ा दी हमने।

 फिर हुआ यूँ की फासले कम ना हुए, इतनी कोशिशों के बाद भी मैं और वो हम ना हुए।

फिर हुआ यूँ की फासले कम ना हुए, इतनी कोशिशों के बाद भी मैं और वो हम ना हुए।

ये दूरियां ना होती हमारे दर्मियां, काश कभी जो सुन लेते तुम मेरी ये खामोशियां।

ये दूरियां ना होती हमारे दर्मियां, काश कभी जो सुन लेते तुम मेरी ये खामोशियां।

दूर रहकर भी तुम्हारी हर, खबर रखते है, हम पास तुम्हे कुछ, इस कदर रखते है!

दूर रहकर भी तुम्हारी हर, खबर रखते है, हम पास तुम्हे कुछ, इस कदर रखते है!

तेरी तस्वीरों को ही सीने से लगा लेते हैं, दूरियों को हम कुछ इस तरह मिटा लेते हैं।

तेरी तस्वीरों को ही सीने से लगा लेते हैं, दूरियों को हम कुछ इस तरह मिटा लेते हैं।

अब बेवजह कुछ ना कहा करो मुझसे, झूठे करीबियों थोड़ा दूर रहा करो मुझे।

अब बेवजह कुछ ना कहा करो मुझसे, झूठे करीबियों थोड़ा दूर रहा करो मुझे।

सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं, थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं, तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे, और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।

सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं, थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं, तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे, और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।

ये दूरियां कहां मायने रखती इश्क में , दिल-ए-मुस्कुराहट के लिए तेरी याद ही काफी है।

ये दूरियां कहां मायने रखती इश्क में , दिल-ए-मुस्कुराहट के लिए तेरी याद ही काफी है।

कमज़ोर था नहीं अब हो गया हूँ मैं, तुझे पाने की ख़ाहिश में खुद खो गया हूँ मैं।

कमज़ोर था नहीं अब हो गया हूँ मैं, तुझे पाने की ख़ाहिश में खुद खो गया हूँ मैं।

दूर हो रहे है वो धीरे धीरे, मुझे तडपा रहे है वो धीरे धीरे, उन्हें तो कुछ पता ही नही, जान जा रही है मेरी धीरे धीरे .

दूर हो रहे है वो धीरे धीरे, मुझे तडपा रहे है वो धीरे धीरे, उन्हें तो कुछ पता ही नही, जान जा रही है मेरी धीरे धीरे .

जो मेरे नज़दीक आने से चिढ़ते थे आज कल कहते हैं बड़ा दूर दूर सा रहता है।

जो मेरे नज़दीक आने से चिढ़ते थे आज कल कहते हैं बड़ा दूर दूर सा रहता है।

कुछ हमें भी बता देते यूं दूरियां न जताते, इल्ज़ाम हज़ारों लगाये, ख़ता भी बता जाते।

कुछ हमें भी बता देते यूं दूरियां न जताते, इल्ज़ाम हज़ारों लगाये, ख़ता भी बता जाते।

 तेरी चाहत के सनाग मुश्किलों के काफिले साथ आए, मोहोब्बत में मंज़िल ना मिली मुझे मेरे तो बस फासले हाथ आए।

तेरी चाहत के सनाग मुश्किलों के काफिले साथ आए, मोहोब्बत में मंज़िल ना मिली मुझे मेरे तो बस फासले हाथ आए।