जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को ! - Chand Shayari

जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को !

Chand Shayari