सुबह हुई कि छेड़ने लगता है सूरज मुझको कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो !

सुबह हुई कि छेड़ने लगता है सूरज मुझको कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर अब बोलो !

Chand Shayari

बादल चाँद को छुपा सकता है आकाश को नहीं हम सब को भुला सकते हैं आपको नहीं !

बादल चाँद को छुपा सकता है आकाश को नहीं हम सब को भुला सकते हैं आपको नहीं !

कहां से लाता है इतनी सहनशीलता ये चांद, अपने हिस्से सारे दाग रख दूसरों को रोशन किए जा रहा है।

कहां से लाता है इतनी सहनशीलता ये चांद, अपने हिस्से सारे दाग रख दूसरों को रोशन किए जा रहा है।

दीदार- ए- चांद वाली रात आयी है बाजारों में रौनक और घरों में खुशियों की सौगात लायी हैं !

दीदार- ए- चांद वाली रात आयी है बाजारों में रौनक और घरों में खुशियों की सौगात लायी हैं !

रोज सुबह चिढ़ाता है सूरज भी उगने पर, कहता है अब कहां है, वो चांद जिस पर बड़ा घमंड था तुम्हें।

रोज सुबह चिढ़ाता है सूरज भी उगने पर, कहता है अब कहां है, वो चांद जिस पर बड़ा घमंड था तुम्हें।

जानता हूं बड़ा मगरूर है तू ए-चांद, क्या करूं मेरी तन्हाई का साथी भी बस तू है।

जानता हूं बड़ा मगरूर है तू ए-चांद, क्या करूं मेरी तन्हाई का साथी भी बस तू है।

जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को !

जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को !

ख्वाबो की बातें वो जाने जिनका नींद से रिश्ता हो, मैं तो रात गुजारती हुँ चाँद को देखने में।

ख्वाबो की बातें वो जाने जिनका नींद से रिश्ता हो, मैं तो रात गुजारती हुँ चाँद को देखने में।

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं !

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं !

कौन कहता है क़ि चाँद तारे तोड़ लाना ज़रूरी है, दिल को छू जाए प्यार से दो लफ्ज़, वही काफ़ी है।

कौन कहता है क़ि चाँद तारे तोड़ लाना ज़रूरी है, दिल को छू जाए प्यार से दो लफ्ज़, वही काफ़ी है।

 मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा हैं, वो तारों में तन्हा हैं और मैं हजारों में तन्हा।

मेरा और उस चाँद का मुकद्दर एक जैसा हैं, वो तारों में तन्हा हैं और मैं हजारों में तन्हा।

मुझे तो रोक लिया उसे कैसे रोकोगी तुम वो जब चांद तुम्हें देखेगा उसे कैसे टोकोगी तुम !

मुझे तो रोक लिया उसे कैसे रोकोगी तुम वो जब चांद तुम्हें देखेगा उसे कैसे टोकोगी तुम !

खूबसूरत गज़ल जैसा है तेरा चाँद सा चेहरा, निगाहे शेर पढ़ती हैं तो लब इरशाद करते है।

खूबसूरत गज़ल जैसा है तेरा चाँद सा चेहरा, निगाहे शेर पढ़ती हैं तो लब इरशाद करते है।

रात भर करता रहा तेरी तारीफ चांद से चाँद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया !

रात भर करता रहा तेरी तारीफ चांद से चाँद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया !

काश तुम और मैं भी एक होते, तो हमारे दरमियां न इतने फ़ासले होते !

काश तुम और मैं भी एक होते, तो हमारे दरमियां न इतने फ़ासले होते !

आप आँखों से दूर दिल के करीब थे, हम आपके और आप हमारे नसीब थे, न हम मिल सके, न जुदा हु वे रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे!

आप आँखों से दूर दिल के करीब थे, हम आपके और आप हमारे नसीब थे, न हम मिल सके, न जुदा हु वे रिश्ते हम दोनों के कितने अजीब थे!

एक दिन वो दर्द भरी तन्हाई की रात आ जाएगी, जिस रात छोड़कर मुझको वो दुल्हन बनकर चली जाएगी !

एक दिन वो दर्द भरी तन्हाई की रात आ जाएगी, जिस रात छोड़कर मुझको वो दुल्हन बनकर चली जाएगी !

गम खुद ही ख़ुशी में बदल जाएगा, सिर्फ मुश्कुराने की आदत डालो !

गम खुद ही ख़ुशी में बदल जाएगा, सिर्फ मुश्कुराने की आदत डालो !

बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर, रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर, जिस्म में दर्द का बहाना बना के हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर.

बेताब सा रहते हैं तेरी याद में अक्सर, रात भर नहीं सोते हैं तेरी याद में अक्सर, जिस्म में दर्द का बहाना बना के हम टूट के रोते हैं तेरी याद में अक्सर.