भरी सख्ती मिजाज़ों में नहीं पैदायशी हैं हम किसी की बेरूखी झेली पिघल के फिर जमे हैं हम !

भरी सख्ती मिजाज़ों में नहीं पैदायशी हैं हम किसी की बेरूखी झेली पिघल के फिर जमे हैं हम !

Berukhi Status

- तेरे लिए मर तो मैं उसी दिन गया था जिस दिन तेरी बेवफाई का मेरे आगे राज़ खुला था।

- तेरे लिए मर तो मैं उसी दिन गया था जिस दिन तेरी बेवफाई का मेरे आगे राज़ खुला था।

 यहां गरीब मरने से भी डरता है क्योंकि मरने का बाद अर्थी फुकने के लिए भी पैसा चाहिए होता है।

यहां गरीब मरने से भी डरता है क्योंकि मरने का बाद अर्थी फुकने के लिए भी पैसा चाहिए होता है।

मरने को तो मर जाऊं मैं  मगर उसे अकेला कैसे कर जाऊं मैं!

मरने को तो मर जाऊं मैं मगर उसे अकेला कैसे कर जाऊं मैं!

मर के भी दोबारा जिन्दा हो जाऊंगा अगर तेरी एक आवाज का सहारा मुझे मिल जायेगा।

मर के भी दोबारा जिन्दा हो जाऊंगा अगर तेरी एक आवाज का सहारा मुझे मिल जायेगा।

मेरे मरने की खबर उसे ना देना यारों  मेरे मरने से पहले उसे मुझ जैसा कोई और ला देना यारों

मेरे मरने की खबर उसे ना देना यारों मेरे मरने से पहले उसे मुझ जैसा कोई और ला देना यारों

तूँ माने या ना माने पर दिल दुखा तो है तेरी बेरुखी से कुछ गलत हुआ तो है !

तूँ माने या ना माने पर दिल दुखा तो है तेरी बेरुखी से कुछ गलत हुआ तो है !

आज देखी है हमनें भी बेरुखी की इन्तेहाँ हम पर नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए !

आज देखी है हमनें भी बेरुखी की इन्तेहाँ हम पर नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए !

तेरी बेरूखी को भी रूतबा दिया हमने, प्यार का हर फ़र्ज अदा किया हमने, मत सोच कि हम भूल गयें है तुझे, आज भी खुदा से पहले तुझे याद किया हमने.

तेरी बेरूखी को भी रूतबा दिया हमने, प्यार का हर फ़र्ज अदा किया हमने, मत सोच कि हम भूल गयें है तुझे, आज भी खुदा से पहले तुझे याद किया हमने.

देख कर बेरूखी उनकी इस कदर आज, ना जाने क्यों आँखें हमारी नम हो गई, दरवाजें तो पहले ही बंद हो गये थे उनके, मगर अब तो खिड़कियाँ भी बंद हो गई.

देख कर बेरूखी उनकी इस कदर आज, ना जाने क्यों आँखें हमारी नम हो गई, दरवाजें तो पहले ही बंद हो गये थे उनके, मगर अब तो खिड़कियाँ भी बंद हो गई.

कुछ बेरुखी से ही सही पर देखते तो हो ये आपकी नफरत है कि एहसान आपका !

कुछ बेरुखी से ही सही पर देखते तो हो ये आपकी नफरत है कि एहसान आपका !

कभी ऐसी भी बेरूखी देखी है हमने, कि लोग आप से तुम तक और तुम से जान तक फिर जान से अनजान तक हो जाते हैं.

कभी ऐसी भी बेरूखी देखी है हमने, कि लोग आप से तुम तक और तुम से जान तक फिर जान से अनजान तक हो जाते हैं.

तेरी ये बेरूखी किस काम की रह जायेगी आ गया जिस रोज अपने दिल को समझाना मुझे !

तेरी ये बेरूखी किस काम की रह जायेगी आ गया जिस रोज अपने दिल को समझाना मुझे !

हजारों जवाब से अच्छी मेरी ख़ामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।

हजारों जवाब से अच्छी मेरी ख़ामोशी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।

काश वह समझते इस दिल की तड़प को, तो यूँ रुसवा ना किया होता, उनकी ये बेरूखी भी मंजूर थी हमें, बस एक बार हमें समझ लिया होता.

काश वह समझते इस दिल की तड़प को, तो यूँ रुसवा ना किया होता, उनकी ये बेरूखी भी मंजूर थी हमें, बस एक बार हमें समझ लिया होता.

इस क़दर जले है तुम्हारी बेरुख़ी से, के अब आग से भी सुकून सा मिलने लगा है !

इस क़दर जले है तुम्हारी बेरुख़ी से, के अब आग से भी सुकून सा मिलने लगा है !

तुम्हारी बेरूखी ने लाज रख ली बादाखाने की, तुम आंखों से पिला देते तो पैमाने कहाँ जाते।

तुम्हारी बेरूखी ने लाज रख ली बादाखाने की, तुम आंखों से पिला देते तो पैमाने कहाँ जाते।

बहुत दर्द होता है जब आपको वो इंसान इग्नोर करें, जिसके लिए आप पूरी दुनिया को इग्नोर करते हैं.

बहुत दर्द होता है जब आपको वो इंसान इग्नोर करें, जिसके लिए आप पूरी दुनिया को इग्नोर करते हैं.

कोई अनजान नहीं होता अपनी बेरूखी और खताओं से बस हौसला नहीं होता खुद को कटघरे में लाने का !

कोई अनजान नहीं होता अपनी बेरूखी और खताओं से बस हौसला नहीं होता खुद को कटघरे में लाने का !