तेरी आँखो का इज़हार मै पढ़ सकता हूँ, पगली किसी को अलविदा युँ मुस्कुराकर नहीं कहते.

 - Izhaar shayari

तेरी आँखो का इज़हार मै पढ़ सकता हूँ, पगली किसी को अलविदा युँ मुस्कुराकर नहीं कहते.

Izhaar shayari

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