आरजू बस एक बस एक रखता हूं। हर दुआ, हर सदके में बस तेरा ही नाम पढ़ता हूं। - Izhaar shayari

आरजू बस एक बस एक रखता हूं। हर दुआ, हर सदके में बस तेरा ही नाम पढ़ता हूं।

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