ये वादा है हमारा ना छोडेंगे कभी साथ तूम्हारा, जो गये तूम हम को भूल कर, ले आयेंगे पकड कर हाथ तुम्हारा.
इज़हार-ए-इश्क करो उस से, जो हक़दार हो इसका, बड़ी नायाब शय है ये इसे ज़ाया नहीं करते.
आपकी मुस्कान हमारी कमजोरी है कह ना पाना हमारी मजबूरी है आप क्यों नहीं समझते इस जज़्बात को, क्या खामोशियों को ज़ुबान देना ज़रूरी है।
तेरी आँखो का इज़हार मै पढ़ सकता हूँ, पगली किसी को अलविदा युँ मुस्कुराकर नहीं कहते.
ज़ुल्फों को गिरा के, पलकों को झुकाना सीखा है कहाँ से, ये जादू चलाना आता है तुम्हें तो, यूँ बातें बनाना जाओ जी हटो भी, छोड़ो यूँ सताना..!
फिजा में महकती शाम हो तुम, प्यार में झलकता जाम हो तुम सीने में छुपाये फिरते हैं हम यादें तुम्हारी तभी तो मेरी जिंदगी का दूसरा नाम हो तुम
तरस रहे हैं बड़ी मुद्दतों से हम, अपनी मुहब्बत का इज़हार लिख दो, दीवाने हो जाएँ जिसे पढ़ के हम, कुछ ऐसा तुम एक बार लिख दो।
चुपके से आना तुम मेरा दिल इंतेज़ार में बैठा है, तुम्हारी खुशबू के, प्यार के और प्यार के इकरार के।
एक बार कर के ऐतबार लिख दो, कितना है मुझ से प्यार लिख दो, कटती नहीं ये ज़िन्दगी अब तेरे बिन, कितना और करूँ इन्तज़ार लिख दो।
कभी तुम नाराज़ हुए तो हम झुक जाएंगे, कभी हम नाराज़ हुए तो आप गले लगा लेना।
कैसे करूँ मैं साबित कि तुम याद बहुत आते हो एहसास तुम समझते नहीं, और अदाए हमें आती नहीं।
आरजू बस एक बस एक रखता हूं। हर दुआ, हर सदके में बस तेरा ही नाम पढ़ता हूं।
एक तू ही चाहिए मुझे सबसे ज्यादा, मोहब्बत है तुझसे खुद से ज्यादा।
मिला वो भी नही करते, मिला हम भी नही करते. दगा वो भी नही करते, दगा हम भी नही करते.
रब से फरियाद बस तेरी एक नजर की करते हैं, अपनी धड़कनों पर हम तेरा ही नाम लिखते हैं।
एक दिन कह लीजिए जो कुछ है दिल मे आपके एक दिन सुन लीजिये जो कुछ हमारे दिल मे है
चलो आज खामोश प्यार को एक नाम दे दे, अपनी मोहब्बत को एक प्यारा अंजाम दे दे
दिल ये मेरा तुमसे प्यार करना चाहता है अपनी मोहब्बत का इज़हार करना चाहता है देखा हैं जब से तुम्हे मेने मेरे ए-सनम सिर्फ तुम्हारा ही दीदार करने को दिल चाहता है।