मुझे कोई सपना मत समझना जिसे तुम अगली सुबह भूल जाओ ओ दिलबर साथ निभाना दिल्लगी न करना! - Dillagi Shayari

मुझे कोई सपना मत समझना जिसे तुम अगली सुबह भूल जाओ ओ दिलबर साथ निभाना दिल्लगी न करना!

Dillagi Shayari