दिल से मांगी जाए तो हर दुआ में असर होता है मंजिलें उन्हीं को मिलती है जिनकी जिंदगी में सफ़र होता है!

दिल से मांगी जाए तो हर दुआ में असर होता है मंजिलें उन्हीं को मिलती है जिनकी जिंदगी में सफ़र होता है!

Safar Shayari

एक सफ़र पे यूँ ही कभी चल दो तुम जो दुरी खुद से हैए उसे खत्म करने के लिए!

एक सफ़र पे यूँ ही कभी चल दो तुम जो दुरी खुद से हैए उसे खत्म करने के लिए!

वो मंज़िल खूबसूरत नहीं लगती जिसका सफर कठिन नहीं होता।

वो मंज़िल खूबसूरत नहीं लगती जिसका सफर कठिन नहीं होता।

मुसीबतें लाख आएंगी जिंदगी की राहों में रखना तू सबरए मिल जाएगी तुझे मंजिल इक दिन बस जारी रखना तू सफ़र!

मुसीबतें लाख आएंगी जिंदगी की राहों में रखना तू सबरए मिल जाएगी तुझे मंजिल इक दिन बस जारी रखना तू सफ़र!

उन्हीं रास्तों ने जिन पर कभी तुम थे साथ मेरे मुझे रोक रोक पूछा तिरा हम-सफ़र कहाँ है

उन्हीं रास्तों ने जिन पर कभी तुम थे साथ मेरे मुझे रोक रोक पूछा तिरा हम-सफ़र कहाँ है

घूमना है मुझे ये सारा जहां तुम्हे अपने साथ लेके बनानी हैं बहुत सी यादें हाथों में तुम्हारा हाथ लेके!

घूमना है मुझे ये सारा जहां तुम्हे अपने साथ लेके बनानी हैं बहुत सी यादें हाथों में तुम्हारा हाथ लेके!

सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुरअत और बढ़ती है कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है

सफ़र में मुश्किलें आएँ तो जुरअत और बढ़ती है कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है

सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो

सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो सभी हैं भीड़ में तुम भी निकल सको तो चलो

पहाड़ों के बीच ऐशो.आराम की चीज़ें तो नहीं मिलती मगर आराम और चैन ज़रूर मिल जाता है।

पहाड़ों के बीच ऐशो.आराम की चीज़ें तो नहीं मिलती मगर आराम और चैन ज़रूर मिल जाता है।

जिधर जाते हैं सब जाना उधर अच्छा नहीं लगता मुझे पामाल रस्तों का सफ़र अच्छा नहीं लगता

जिधर जाते हैं सब जाना उधर अच्छा नहीं लगता मुझे पामाल रस्तों का सफ़र अच्छा नहीं लगता

निर्वाण हमें यूँ ही नहीं मिलता हमें उस तक का सफर तय करना होता है!

निर्वाण हमें यूँ ही नहीं मिलता हमें उस तक का सफर तय करना होता है!

दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दम तुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे

दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दम तुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे

कहीं जाना चाहते हैं तो आज चले जाए क्यूंकि किसी ने सच ही कहा है क्या पता कल हो ना हो।

कहीं जाना चाहते हैं तो आज चले जाए क्यूंकि किसी ने सच ही कहा है क्या पता कल हो ना हो।

आवाज़ दे के देख लो शायद वो मिल ही जाए वर्ना ये उम्र भर का सफ़र राएगाँ तो है

आवाज़ दे के देख लो शायद वो मिल ही जाए वर्ना ये उम्र भर का सफ़र राएगाँ तो है

अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं

अपनी मर्ज़ी से कहाँ अपने सफ़र के हम हैं रुख़ हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं

डर हम को भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

डर हम को भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

सफ़र में आख़िरी पत्थर के बाद आएगा मज़ा तो यार दिसंबर के बाद आएगा

सफ़र में आख़िरी पत्थर के बाद आएगा मज़ा तो यार दिसंबर के बाद आएगा

मैं अकेला ही चला था जानिब ए मंज़िल मगर लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया!

मैं अकेला ही चला था जानिब ए मंज़िल मगर लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया!

सफर की कठिनाइयां मंज़िल की खूबसूरती बयां करती हैं!

सफर की कठिनाइयां मंज़िल की खूबसूरती बयां करती हैं!