ज़रा देर बैठे थे तन्हाई में  तिरी याद आँखें दुखाने लगी

ज़रा देर बैठे थे तन्हाई में तिरी याद आँखें दुखाने लगी "आदिल मंसूरी"।

Tanhai Shayari