अपनी तन्हाई में खलल यूँ डालूँ सारी रात, खुद ही दर पे दस्तक दूँ और खुद ही पूछूं कौन? - Tanhai Shayari

अपनी तन्हाई में खलल यूँ डालूँ सारी रात, खुद ही दर पे दस्तक दूँ और खुद ही पूछूं कौन?

Tanhai Shayari