ये उदास शाम और तेरी ज़ालिम याद, खुदा खैर करे अभी तो रात बाकि है। - Shaam Shayari

ये उदास शाम और तेरी ज़ालिम याद, खुदा खैर करे अभी तो रात बाकि है।

Shaam Shayari