जिसमें न चमकते हों मोहब्बत के सितारे, वो शाम अगर है तो मेरी शाम नहीं है। - Shaam Shayari

जिसमें न चमकते हों मोहब्बत के सितारे, वो शाम अगर है तो मेरी शाम नहीं है।

Shaam Shayari