आरज़ू हसरत उम्मीद शिकायत आँसू इक तेरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला ! - Umeed Shayari

आरज़ू हसरत उम्मीद शिकायत आँसू इक तेरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला !

Umeed Shayari