नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यूँ नहीं इतनी ही फ़िक्र है तो फिर हमारे होते क्यूँ नही ! - Neend Shayari

नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यूँ नहीं इतनी ही फ़िक्र है तो फिर हमारे होते क्यूँ नही !

Neend Shayari