आसमा मे खलबली है सब यही पूछ रहे हैं कौन फिरता है ज़मी पे चाँद सा चेहरा लिए ! - Tareef Shayari

आसमा मे खलबली है सब यही पूछ रहे हैं कौन फिरता है ज़मी पे चाँद सा चेहरा लिए !

Tareef Shayari