हुस्न वालो को संवरने की क्या जरूरत है वो तो सादगी मे भी क़यामत की अदा रखते है ! - Tareef Shayari

हुस्न वालो को संवरने की क्या जरूरत है वो तो सादगी मे भी क़यामत की अदा रखते है !

Tareef Shayari