लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया ! - Nasha Shayari

लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया !

Nasha Shayari