लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया !

लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया !

Nasha Shayari

पीने से कर चुका था मैं तौबा मगर ‘जलील’ बादल का रंग देख के नीयत बदल गई!

पीने से कर चुका था मैं तौबा मगर ‘जलील’ बादल का रंग देख के नीयत बदल गई!

आलम से बे-ख़बर भी हूँ

आलम से बे-ख़बर भी हूँ "आलम" में भी हूँ मैं साक़ी ने इस मक़ाम को आसाँ बना दिया

नशा छा गया है प्यार का प्यार चाहता हूँ इंतजार है तेरी तेरा भी दिल बेकरार चाहत हूँ !

नशा छा गया है प्यार का प्यार चाहता हूँ इंतजार है तेरी तेरा भी दिल बेकरार चाहत हूँ !

पहले हमे भी मोहब्बत का_नशा था यारो, दिल जो टुटा तो नशे से ही मोहब्बत हो गई ।

पहले हमे भी मोहब्बत का_नशा था यारो, दिल जो टुटा तो नशे से ही मोहब्बत हो गई ।

तेरी यादों का नशा है मुझे चाय की तरह सुबह सबसे पहले तेरी ही याद आती हैं !

तेरी यादों का नशा है मुझे चाय की तरह सुबह सबसे पहले तेरी ही याद आती हैं !

जिगर की आग बुझे जिससे जल्द वो शय ला, लगा के बर्फ़ में साक़ी, सुराही-ए-मय ला।

जिगर की आग बुझे जिससे जल्द वो शय ला, लगा के बर्फ़ में साक़ी, सुराही-ए-मय ला।

मुझे ऐसी #शराब बता ऐ दोस्त

मुझे ऐसी #शराब बता ऐ दोस्त "नशा-ए-इश्क" उतार पाऊ मै!

नशा पिला के गिराना तो सब को आता है. मज़ा तो तब है कि गिरतों को थाम ले साक़ी!

नशा पिला के गिराना तो सब को आता है. मज़ा तो तब है कि गिरतों को थाम ले साक़ी!

अंदाज-ए-बयां में इनके भी ''गजब'' का नशा है  तन्हाई से कभी दिल लगा के तो देखिये!

अंदाज-ए-बयां में इनके भी ''गजब'' का नशा है तन्हाई से कभी दिल लगा के तो देखिये!

हाथों में पत्थर नहीं, फिर भी चोट देती है ये जुबान भी अजीब है, अच्छे-अच्छों के घर तोड़ देती है।

हाथों में पत्थर नहीं, फिर भी चोट देती है ये जुबान भी अजीब है, अच्छे-अच्छों के घर तोड़ देती है।

जाम तो उनके लिए है जिन्हें नशा नहीं होता हम तो दिनभर “तेरी यादों के नशे में यूँ ही डूबे रहते है।

जाम तो उनके लिए है जिन्हें नशा नहीं होता हम तो दिनभर “तेरी यादों के नशे में यूँ ही डूबे रहते है।

अगर नशा इश्क़ का हो तो शराब का क्या काम मंजिल महबूब का घर हो दरगाह का क्या काम !

अगर नशा इश्क़ का हो तो शराब का क्या काम मंजिल महबूब का घर हो दरगाह का क्या काम !

तन्हाईयों के आलम की ना बात करो जनाब; नहीं तो फिर बन उठेगा जाम और बदनाम होगी शराब।

तन्हाईयों के आलम की ना बात करो जनाब; नहीं तो फिर बन उठेगा जाम और बदनाम होगी शराब।

न जख्म भरे न शराब सहारा हुई न वो वापस लौटी न मोहब्बत दोबारा हुई !

न जख्म भरे न शराब सहारा हुई न वो वापस लौटी न मोहब्बत दोबारा हुई !

मयखाने में आऊंगा, मगर पिऊंगा नहीं साकी ये शराब मेरा गम मिटाने की औकात नही रखती।

मयखाने में आऊंगा, मगर पिऊंगा नहीं साकी ये शराब मेरा गम मिटाने की औकात नही रखती।

इश्क़ का ही तो नशा होता है वर्ना कौन कमबख्त सुनसान रास्तो पर मुस्कुराता है !

इश्क़ का ही तो नशा होता है वर्ना कौन कमबख्त सुनसान रास्तो पर मुस्कुराता है !

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए !

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए !

ला पिला शकीया पैमाने के बाद बात मतलब की कहूँ होश में आने के बाद !

ला पिला शकीया पैमाने के बाद बात मतलब की कहूँ होश में आने के बाद !