इश्क़ का ही तो नशा होता है वर्ना कौन कमबख्त सुनसान रास्तो पर मुस्कुराता है !

इश्क़ का ही तो नशा होता है वर्ना कौन कमबख्त सुनसान रास्तो पर मुस्कुराता है !

Nasha Shayari

नशा पिला के गिराना तो सब को आता है. मज़ा तो तब है कि गिरतों को थाम ले साक़ी!

नशा पिला के गिराना तो सब को आता है. मज़ा तो तब है कि गिरतों को थाम ले साक़ी!

अंदाज-ए-बयां में इनके भी ''गजब'' का नशा है  तन्हाई से कभी दिल लगा के तो देखिये!

अंदाज-ए-बयां में इनके भी ''गजब'' का नशा है तन्हाई से कभी दिल लगा के तो देखिये!

लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया !

लड़खड़ाये कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया !

हाथों में पत्थर नहीं, फिर भी चोट देती है ये जुबान भी अजीब है, अच्छे-अच्छों के घर तोड़ देती है।

हाथों में पत्थर नहीं, फिर भी चोट देती है ये जुबान भी अजीब है, अच्छे-अच्छों के घर तोड़ देती है।

जाम तो उनके लिए है जिन्हें नशा नहीं होता हम तो दिनभर “तेरी यादों के नशे में यूँ ही डूबे रहते है।

जाम तो उनके लिए है जिन्हें नशा नहीं होता हम तो दिनभर “तेरी यादों के नशे में यूँ ही डूबे रहते है।

अगर नशा इश्क़ का हो तो शराब का क्या काम मंजिल महबूब का घर हो दरगाह का क्या काम !

अगर नशा इश्क़ का हो तो शराब का क्या काम मंजिल महबूब का घर हो दरगाह का क्या काम !

तन्हाईयों के आलम की ना बात करो जनाब; नहीं तो फिर बन उठेगा जाम और बदनाम होगी शराब।

तन्हाईयों के आलम की ना बात करो जनाब; नहीं तो फिर बन उठेगा जाम और बदनाम होगी शराब।

न जख्म भरे न शराब सहारा हुई न वो वापस लौटी न मोहब्बत दोबारा हुई !

न जख्म भरे न शराब सहारा हुई न वो वापस लौटी न मोहब्बत दोबारा हुई !

मयखाने में आऊंगा, मगर पिऊंगा नहीं साकी ये शराब मेरा गम मिटाने की औकात नही रखती।

मयखाने में आऊंगा, मगर पिऊंगा नहीं साकी ये शराब मेरा गम मिटाने की औकात नही रखती।

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए !

पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए !

ला पिला शकीया पैमाने के बाद बात मतलब की कहूँ होश में आने के बाद !

ला पिला शकीया पैमाने के बाद बात मतलब की कहूँ होश में आने के बाद !

नशा है इश्क़ खता है इश्क़ क्या करें यारो बड़ा दिलकश है इश्क़ !

नशा है इश्क़ खता है इश्क़ क्या करें यारो बड़ा दिलकश है इश्क़ !

या खुदा पीने वालों की बस्ती जुदा होती जहाँ कानून पिलाई जाती नहीं पीता तो सजा होती !

या खुदा पीने वालों की बस्ती जुदा होती जहाँ कानून पिलाई जाती नहीं पीता तो सजा होती !

मैं हर वक्त कुल रहती हूं तो इस गलतफहमी में मत रहिए की मुझे गुस्सा नही आता जब आता है तो तांडव करती हूं!

मैं हर वक्त कुल रहती हूं तो इस गलतफहमी में मत रहिए की मुझे गुस्सा नही आता जब आता है तो तांडव करती हूं!

हुस्न वालो को क्या ज़रुरत है सवारने की वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा  रखते है

हुस्न वालो को क्या ज़रुरत है सवारने की वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते है

 इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो? इतना क़ातिल कैसे शर्मा लेते हो? कितनी आसानी से जान ले लेते हो।

इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो? इतना क़ातिल कैसे शर्मा लेते हो? कितनी आसानी से जान ले लेते हो।

न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर तेरे सामने आने से ज्यादा, तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है

न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर तेरे सामने आने से ज्यादा, तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है

तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दू? अपने दोस्त को क्या सौगात दू? कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मँगवाता, जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू?

तुम्हारी इस अदा का क्या जवाब दू? अपने दोस्त को क्या सौगात दू? कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मँगवाता, जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दू?